Teachers Day Shayari & Quotations
दुनिया में जो कार्य सबसे अनुपम करते हैं,
सफल होने पर भी जिन्हें याद हम कम करते हैं,
शब्द नहीं है कैसे उनका महत्व बताऊं तुम्हें,
ज्ञान देकर साथ हमारा चरित्र उत्तम करते हैं।
हां पढ़ा किताब से पर ज्ञान कहां से पाया है,
मान सको तो मान लो वो हाथ हमारा दायां है,
ना बना पाया जो इनको ताकत अपनी दुनिया में,
वो जीवन में अपने देखो वक्त करता बस ज़ाया है।
जिनके साथ से हम केवल आगे बढ़ते हैं,
जो इनके सहारे ना चले पीछे रहते हैं,
मंजिल तक ले जाते हैं लक्ष्य चुनवाकर,
वो शिक्षक हैं जो राष्ट्र का निर्माण करते हैं।
- योगेन्द्र "यश"
जो हमें जमीन से उठा कर ऊंचाइयों में पहुंचा देते हैं,
गुरु बाहर से कठोर अंदर से कोमल होते हैं।
माना कि बच्चे को पहला ज्ञान मां से मिलता है,
लेकिन गुरु के ज्ञान से बच्चा संसार में खिलता है।
जिसे ज्ञानी बनना है वो अनपढ़ से शुरू होते हैं,
इतिहास में लिखा है भगवान से बढ़कर गुरु होते हैं।
गुरु का कर्ज़ हम धन से चुका नहीं सकते,
भविष्य के दीपक को हवा से बुझा नहीं सकते।
ज्ञान नहीं है तो धन पर अभिमान ना करना,
गुरु की इज्जत कर ना सको तो अपमान ना करना।
गुरु ने अपने शिष्यों को ज्ञान के साथ संस्कार दिया,
सही मार्ग में चलना और जीने का आकार दिया।
गुरु अनपढ़ को भी सही मार्ग पर ले जाते हैं,
भटके को वो रास्ता सही दिखाते हैं।
भगवान भी धरती पे गुरु की सेवा करते हैं,
उनका ही आशीर्वाद है जो हम मुश्किलों से लड़ते हैं।
- पुष्पेन्द्र पटेल
दुनिया में जो कार्य सबसे अनुपम करते हैं,
सफल होने पर भी जिन्हें याद हम कम करते हैं,
शब्द नहीं है कैसे उनका महत्व बताऊं तुम्हें,
ज्ञान देकर साथ हमारा चरित्र उत्तम करते हैं।
हां पढ़ा किताब से पर ज्ञान कहां से पाया है,
मान सको तो मान लो वो हाथ हमारा दायां है,
ना बना पाया जो इनको ताकत अपनी दुनिया में,
वो जीवन में अपने देखो वक्त करता बस ज़ाया है।
जिनके साथ से हम केवल आगे बढ़ते हैं,
जो इनके सहारे ना चले पीछे रहते हैं,
मंजिल तक ले जाते हैं लक्ष्य चुनवाकर,
वो शिक्षक हैं जो राष्ट्र का निर्माण करते हैं।
- योगेन्द्र "यश"
जो हमें जमीन से उठा कर ऊंचाइयों में पहुंचा देते हैं,
गुरु बाहर से कठोर अंदर से कोमल होते हैं।
माना कि बच्चे को पहला ज्ञान मां से मिलता है,
लेकिन गुरु के ज्ञान से बच्चा संसार में खिलता है।
जिसे ज्ञानी बनना है वो अनपढ़ से शुरू होते हैं,
इतिहास में लिखा है भगवान से बढ़कर गुरु होते हैं।
गुरु का कर्ज़ हम धन से चुका नहीं सकते,
भविष्य के दीपक को हवा से बुझा नहीं सकते।
ज्ञान नहीं है तो धन पर अभिमान ना करना,
गुरु की इज्जत कर ना सको तो अपमान ना करना।
गुरु ने अपने शिष्यों को ज्ञान के साथ संस्कार दिया,
सही मार्ग में चलना और जीने का आकार दिया।
गुरु अनपढ़ को भी सही मार्ग पर ले जाते हैं,
भटके को वो रास्ता सही दिखाते हैं।
भगवान भी धरती पे गुरु की सेवा करते हैं,
उनका ही आशीर्वाद है जो हम मुश्किलों से लड़ते हैं।
- पुष्पेन्द्र पटेल
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