दिए गए छायाचित्र 6 पर श्रेष्ठ रचना
बड़, आम, आँवला और पीपल,
रत्नों पर भारी तुलसी-दल ।
हर पेड़ का हमसे नाता है,
हर पेड़ सुखों का दाता है ॥
कचनार, अनार, कदली सेमल,
छाया इनकी अमृत शीतल
रत्नों पर भारी तुलसी दल।
जहाँ प्रकृति पूजी जाती है,
बनती कपास से बाती है।
हर पेड़ प्रभु का निवास है
जिसपर हमको विश्वास है ।
दूर्बा गणपति जी को भाती,
कृष्णा ने लिखी पीपल पाती ।
लक्ष्मी जी को भाता गुडहल ॥1॥
रत्नों पर भारी तुलसी-दल ॥
जहाँ नीम की ठंडी छाया है,
वहाँ निरोगी रहती काया है ।
ऋषियों ने आयुर्वेद लिखा,
हर पेड़ का औषधीय भेद लिखा ।
भृंगराज,शंखपुष्पी, ब्राह्मी,
विश्व मे सिरमोर हमीं हैं हमीं ।
सम्मान मे आगे है श्रीफल ॥2॥
रत्नों पर भारी तुलसी-दल ॥
नदियाँ खुद ही अब प्यासी हैं,
पेड़ों की आँख उदासी हैं ।
अतिवृष्टि अल्पवृष्टि छेलें,
खुद अपने भविष्य से हम खेलें ।
धर्मों की भूले सब सीखें,
अब व्यथित हुए रोऐं चीखें ।
सोना धरती कर दी पीतल ॥3॥
रत्नों पर भारी तुलसी-दल ॥
बड़ आम आँवला और पीपल,
रत्नों पर भारी तुलसी-दल ॥
- अंजुमन मंसूरी 'आरज़ू'
प्रणाम सर मैं जिन्दगी मे कुछ बनना चाहता हूँ। मैं एक गीतकार बन सकता हूँ क्या ?
ReplyDeletetitle hindi bewafa sad songs for male
रब तु जिन्दगी दे गम दे या खुशी दे।
होंठों को हंसी दे या बदनशिबी दे
मगर ना दे ये सजा,कुछ और तु दे दूजा।
सनम ना दे बेवफा सनम ना दे बेवफा
ख्याव सजाया था ही नहीं,ख्याव मेरा टुटा।
दिल को वहलाया है उसने,दिल लगी भी था झूठा।
दिल को तोड़ा है उसने,करके टुकड़े हजार।
जोड़ें भी तो कैसे,दिल के टुकड़े हजार।
क्या खूब सताया है,जितना हंसाया है,उतना रूलाया है
उतना रूलाया है।
राश ना आई उनको मेरे वफा॥
सनम ना दे बेवफा॥
balance line bhi hai kya yeh kaafi hai mera mobile number hai 6371965804.
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