दिए गए गाय के छायाचित्र पर श्रेष्ठ रचनाएं
1. गाय बैल की स्थिति
बेल हो चाहे गौ माता,
योगदान इनका एक समान,
पर इनके दुखों को समझना,
है नहीं ये काम आसान,
गाय बैल की ऐसी स्थिति।
जब मैं इनको गौर से देखूं,
जीभ बाहर निकाले कहते हैं,
कुछ चोट सहते रहते हैं,
दूध गोवर देते रहते हैं,
गाय बैल की ऐसी स्थिति।
इनके आंखों से निकले अश्रु,
बहते गए ये मुंह से होकर,
फिर पहुंचे पृथ्वी के तल पर
निराली है इनकी विडंबना,
गाय बैल की ऐसी स्थिति।
कानों को सीधे खड़े किए,
सींग शीर्ष पर सुशोभित हुए,
कुछ चिंतन मनन करते हुए,
ये धरती के पग पर खड़े हुए,
गाय बैल की ऐसी स्थिति।
- रामशरण शर्मा
2. गौधन
कोई कहता पशु कोई कहता जानवर है,
कोई कहता खाद्य है कोई कहता ईश्वर है,
प्रेमभाव अगर देखो तो वह तो एक दाता है,
वात्सल्य भाव अगर देखो तो वह हमारी माता है।
- Yogesh Warankar
1. गाय बैल की स्थिति
बेल हो चाहे गौ माता,
योगदान इनका एक समान,
पर इनके दुखों को समझना,
है नहीं ये काम आसान,
गाय बैल की ऐसी स्थिति।
जब मैं इनको गौर से देखूं,
जीभ बाहर निकाले कहते हैं,
कुछ चोट सहते रहते हैं,
दूध गोवर देते रहते हैं,
गाय बैल की ऐसी स्थिति।
इनके आंखों से निकले अश्रु,
बहते गए ये मुंह से होकर,
फिर पहुंचे पृथ्वी के तल पर
निराली है इनकी विडंबना,
गाय बैल की ऐसी स्थिति।
कानों को सीधे खड़े किए,
सींग शीर्ष पर सुशोभित हुए,
कुछ चिंतन मनन करते हुए,
ये धरती के पग पर खड़े हुए,
गाय बैल की ऐसी स्थिति।
- रामशरण शर्मा
2. गौधन
कोई कहता पशु कोई कहता जानवर है,
कोई कहता खाद्य है कोई कहता ईश्वर है,
प्रेमभाव अगर देखो तो वह तो एक दाता है,
वात्सल्य भाव अगर देखो तो वह हमारी माता है।
- Yogesh Warankar
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